5 Essential Elements For sidh kunjika
5 Essential Elements For sidh kunjika
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पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
न तस्य जायते सिद्धिररण्ये रोदनं यथा ॥ १५ ॥
देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्
दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्
नवरात्रि के नौ दिनों तक इसका पालन करना होगा तभी ये पूर्ण फल प्रदान करेगा.
इति श्रीरुद्रयामले गौरीतंत्रे शिवपार्वतीसंवादे कुंजिकास्तोत्रं संपूर्णम् ।
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुंजिकास्तोत्रमुत्तमम्।
जाग्रतं हि महादेवि जप ! सिद्धिं कुरूष्व मे।।
मनचाहा फल पाने के लिए ये more info पाठ कर रहे हैं तो ब्रह्मचर्य का पालन करें. देवी की पूजा में पवित्रता बहुत मायने रखती है.
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
हुं हु हुंकाररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी।